जौनपुर। संस्कार भारती द्वारा आयोजित 20 दिवसीय ग्रीष्मकालीन कार्यशाला का भव्य समापन सांस्कृतिक विविधताओं से सजे मंच पर हुआ। समारोह का शुभारंभ माँ भारती और भगवान नटराज की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन और पुष्प अर्पण से किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. मिथिलेश तिवारी (उपाध्यक्ष, बिरजू महाराज कथक संस्थान, लखनऊ), अध्यक्ष डॉ. अशोक सिंह रघुवंशी, विशिष्ट अतिथि डॉ. शोभित नाहर (निदेशक, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी), डॉ प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, श्री सुजीत श्रीवास्तव (प्रांतीय महामंत्री), संरक्षक श्री रविंद्र नाथ जी, डॉ नीलम सिंह तथा डॉ क्षितिज शर्मा सहित अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत संस्था अध्यक्ष डॉ. ज्योति दास द्वारा किया गया। सभी अतिथियों को अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया सुजीत श्रीवास्तव द्वारा संस्था का परिचय एवं कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डाला - कार्यशाला का उद्देश्य नई पीढ़ी को भारतीय कला-संस्कृति से जोड़ना रहा। इस दौरान कथक, चित्रकला, लोक गायन, लोकनाट्य व समकालीन नृत्य की कार्यशालाएँ आयोजित की गईं।
कार्यक्रम की सफलता में अनेक चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया जिसका संयोजन रविकांत जायसवाल ने किया। इसके पश्चात संस्था अध्यक्ष एवं सदस्य (उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी) डॉ ज्योति दास जी लोकगायन की प्रस्तुतियों में देवी गीत, जन्म संस्कार गीत और झूमर की मनमोहक झलक देखने को मिली।
कथक प्रशिक्षक वसुधा सिन्हा के निर्देशन में बच्चों ने गणेश वंदना, कृष्ण भजन और ताल पक्ष की सजीव प्रस्तुतियाँ दीं, वहीं स्वयं वसुधा जी ने भी पारंपरिक कथक का प्रदर्शन किया।
समकालीन नृत्य में रोहित रेमो द्वारा प्रशिक्षित बच्चों ने विद्यालय परिवेश पर आधारित आकर्षक प्रस्तुति दी।
नाट्य प्रशिक्षक अवधेश श्रीवास्तव द्वारा तैयार नाटक ऑपरेशन सिंदूर ने दर्शकों को खासा प्रभावित किया।
मुख्य अतिथि डॉ. तिवारी ने कहा कि संस्कार भारती जैसी संस्थाएँ समाज में सांस्कृतिक मूल्यों को संजोने का कार्य कर रही हैं। डॉ. शोभित नाहर ने राज्य भर में आयोजित हो रही कार्यशालाओं की जानकारी दी, जबकि डॉ. रघुवंशी ने बच्चों को आशीर्वाद देते हुए आयोजन की सराहना की।
सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र, प्रशिक्षकों को सम्मान स्वरूप अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन ऋषि श्रीवास्तव ने किया और आभार ज्ञापन जिला महामंत्री अमित गुप्ता ने किया।
समारोह में कार्यक्रम का समापन सामूहिक वन्दे मातरम के गान से हुआ।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्री श्याम मोहन अग्रवाल, श्री संजय सेठ, श्री प्रदीप सिंह, श्री हरिश्चंद्र जी, श्री मनीष गुप्ता, श्री संजीव गुप्तासहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की सफलता में श्री संजय अग्रहरि, आलोक रंजन, मनीष अस्थाना, राजकमल, राजेश किशोर, अजय गुप्ता, आशीष साहू, अवधेश यादव, मनोज गुप्ता, आशीष श्रीवास्तव, मयंक नारायण, सुप्रतीक, बालकृष्ण, अरुण केसरी, विष्णु गौड़, मनीष श्रीवास्तव,सुजीत अग्रहरि, ज्योति श्रीवास्तव, संतोष अग्रहरि का विशेष योगदान रहा।





