जौनपुर । पूर्व कैबिनेट मंत्री और प्रयागराज पश्चिम से विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि भगवान चित्रगुप्त न्याय के देवता हैं और वे सभी मनुष्यों का लेखा-जोखा रखते हैं। उन्होंने मांग की कि देश की प्रत्येक अदालत में भगवान चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापित की जानी चाहिए, ताकि न्यायपालिका में नैतिकता और पारदर्शिता की भावना और भी प्रबल हो।
वे श्री चित्रगुप्त भगवान पूजन महासमिति, जौनपुर द्वारा आयोजित कायस्थ, वैश्य और सर्व समाज सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि "भगवान चित्रगुप्त किसी एक जाति के नहीं, बल्कि सभी धर्म, जाति और समुदाय के आराध्य हैं। पूजन महासमिति की सर्वसमाज को जोड़ने की परंपरा एक अनुकरणीय पहल है, जो पूरे देश के लिए मिसाल बनेगी।"
उन्होंने आगे कहा कि अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही क्वीन विक्टोरिया की मूर्तियों को हटाकर वहां भारतीय संस्कृति के प्रतीकों, विशेष रूप से भगवान चित्रगुप्त की मूर्तियों को स्थान दिया जाना चाहिए।
वाराणसी कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने दूरभाष पर संदेश देते हुए भगवान चित्रगुप्त की पूजा में सर्व समाज को जोड़ने की पहल का समर्थन किया। उन्होंने अपनी माता व पूर्व विधायक ज्योत्सना श्रीवास्तव की अस्वस्थता के कारण कार्यक्रम में उपस्थित न हो पाने पर खेद भी जताया।
कार्यक्रम के दौरान यह भी घोषणा की गई कि 23 अक्टूबर को भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो चित्रगुप्त मंदिर बारीनाथ से रूहट्टा तक जाएगी। आयोजन के संयोजक वरिष्ठ अधिवक्ता सरस चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि शोभायात्रा में हजारों की संख्या में सर्व समाज के लोग शामिल होंगे।
महासमिति अध्यक्ष मनोज अग्रहरी, जो व्यापारी नेता और धार्मिक कार्यकर्ता हैं, ने स्पष्ट किया कि वे किसी जाति विशेष के अध्यक्ष नहीं हैं, बल्कि धार्मिक संगठन के प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज भी दीपावली पर कलम-दवात की पूजा करता है, जो भगवान चित्रगुप्त से जुड़ी परंपरा का हिस्सा है।
डीएनए वैज्ञानिक डॉ. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि भगवान विष्णु ने चित्रगुप्त जी को आशीर्वाद दिया था कि उनकी पूजा करने वालों को बुद्धि, धन और मोक्ष की प्राप्ति होगी।
व्यापारी नेता रविन्द्र अग्रहरि ने कहा कि भगवान सबके होते हैं, उन्हें जातिगत सीमाओं में बांधना अनुचित है।
कार्यक्रम में जौनपुर के सभी कायस्थ संगठन, वैश्य समाज, अग्रहरि समाज समेत दर्जनों सामाजिक संगठनों ने शोभायात्रा को समर्थन देने की घोषणा की।
सम्मेलन को कायस्थ महासभा, ब्राह्मण महासभा, मौर्य समाज, व्यापार मंडल, लक्ष्मी पूजन महासमिति, शिक्षक संघ, ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस, चित्रगुप्त सभा, कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद आदि संगठनों के नेताओं ने भी संबोधित किया और समर्थन जताया।
कार्यक्रम का संचालन राजेश श्रीवास्तव 'बच्चा भैया' एडवोकेट ने किया और आभार पूर्व प्रशासनिक अधिकारी राकेश श्रीवास्तव ने प्रकट किया।
कार्यक्रम में सैकड़ों गणमान्य व्यक्ति, अधिवक्ता, डॉक्टर, व्यापारी, सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार और महिला प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
