जौनपुर। लायन्स क्लब जौनपुर मेन द्वारा डायबिटीज दिवस के अवसर पर आशादीप हॉस्पिटल, अहियापुर में डायबिटीज जांच एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया और लगभग 184 लोगों की ब्लड शुगर एवं ब्लड प्रेशर जांच की गई। कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को डायबिटीज के लक्षण, खतरे और रोकथाम के प्रति जागरूक करना रहा।
शिविर में उपस्थित वरिष्ठ हृदय एवं डायबिटीज रोग विशेषज्ञ डॉ. वी.एस. उपाध्याय ने लोगों को परामर्श देते हुए प्रीडायबिटिक अवस्था एवं डायबिटीज के जोखिमों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने यह भी समझाया कि जल्दी जांच और समय पर नियंत्रण से डायबिटीज की जटिलताओं को काफी हद तक रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों को नियमित रूप से अपनी शुगर जांच करनी चाहिए और किसी भी लक्षण को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
डॉ. उपाध्याय ने कहा कि डायबिटीज को “साइलेंट किलर” कहा जाता है क्योंकि यह धीरे-धीरे दिल, किडनी, आंखों और नर्व्स जैसे महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचाती है। शुरुआती लक्षण अक्सर नजर नहीं आते, इसलिए समय रहते जांच कराना बेहद जरूरी है। उन्होंने डायबिटीज के प्रमुख लक्षणों का उल्लेख किया—बार-बार पेशाब आना, अत्यधिक प्यास लगना, थकान, अचानक वजन घटना, घाव का देर से भरना, धुंधली दृष्टि, बार-बार संक्रमण, यौन कमजोरी आदि। यदि ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें तो तत्काल शुगर जांच करानी चाहिए।
उन्होंने यह भी बताया कि डायबिटीज को नियंत्रित करना और इससे बचाव संभव है, बशर्ते कि स्वस्थ जीवनशैली अपनाई जाए। इसके लिए संतुलित आहार लेना, रोजाना व्यायाम करना, स्वस्थ वजन बनाए रखना, तनाव से दूर रहना और पर्याप्त नींद लेना आवश्यक है। इसके अलावा चीनी, प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड और तला-भुना कम करने, धूम्रपान व शराब का सेवन छोड़ने तथा नियमित स्वास्थ्य जांच कराने की सलाह दी।
शिविर में शकील अहमद, डिप्टी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर सैय्यद मोहम्मद मुस्तफा, सचिव योगेश साहू, डॉ. भास्कर शर्मा, डॉ. आशीष यादव, अवधेश मौर्य, मनोज चतुर्वेदी, राम कुमार साहू, सुशील अग्रहरी, सुभाष यादव, डॉ. पुष्पेन्द्र, संजय केडिया सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। लायन्स क्लब जौनपुर मेन के इस प्रयास की लोगों ने सराहना की और ऐसे जागरूकता कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित करने की मांग की।
